Wednesday 26 April 2017

A Room with a View





All that I need
Is a room with a view.

Snow-capped mountains
The sky- limpid and blue.

A soaring lone eagle
A serenading cuckoo.

The breeze- gravid with attar
Blossoms- painted in every hue

The germ of an untold story
Blank sheets, a quill or two. 

All that I need
Is a room with a view...

                                                               (Anurag)
Visit BlogAdda.com to discover Indian blogs

Tuesday 11 April 2017

जन्नत...



जन्नत का तलबगार नहीं मैं
इक अदद ज़िंदगी, बस नसीब हो
थोड़ी सी मुहब्बत, कुछ सुकून
इक हमदर्द, जो दिल के करीब हो...

बारिश में भीगते बूढ़े सनोबर
बादलों से ढके ऊँचे पहाड़
वादियों की पेचीदा सड़कें
हर रास्ता जहाँ बे-.तरतीब हो...

छोटा ही सही, महफूज़ घरोंदा
आँगन में गुलशन--बहार हो
परिंदों की महफ़िल सजे जब-जब
कोयल का रुतबा हसीब हो...

पास ही इक घना सा जंगल
हुकूमत हिरण की चलती हो
शेर और चीते अमन पसंद
बाज़ फ़ितरत से अदीब हो...

जन्नत का तलबगार नहीं मैं
इक अदद ज़िंदगी, बस नसीब हो
थोड़ी सी मुहब्बत, कुछ सुकून
इक हमदर्द, जो दिल के करीब हो...


                                                          (अनुराग)







Wednesday 5 April 2017

जाम...




पा लिया जिस भी शह को
दिल से वो उतर गयी
वस्ल की रातें बेमानी
धुंधली उल्फ़त की सहर गयी
ख्वाब सजते बिखरते रहे
ज़िंदगी यूँ ही गुज़र गयी
इक जाम अभी भी बाकी है
साँस, कमबख्त ठहर गयी...

                                        (अनुराग)