मम्मी, ये कोहरा काला क्यों है?
दूषित हर निवाला क्यों है?
क्यों दम घुटता है रोज़ मेरा?
खेतों में इतनी ज्वाला क्यों है?
क्यों फूल नहीं हैं बागों में?
न मिठास
कोयल के रागों में
जंगल में पशु न पंछी हैं
पेड़ों को काट डाला क्यों है?
क्या यही
मेरी विरासत है?
नहीं तुमने
की हिफाज़त है
इस धरती
का और हम सब का
आस्तित्व
मिटने वाला क्यों है?
(अनुराग शौरी )
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